क्राइम खबरनामा , गौरव नागपाल : विजिलेंस ब्यूरो ने कपूरथला में तैनात आबकारी एवं कराधान विभाग के दो अधिकारियों जतिंदरपाल सिंह, इंस्पेक्टर और संजीव मल्होत्रा, क्लर्क के खिलाफ 10,000 रुपए की रिश्वत लेने और 20,000 रुपए और मांगने के आरोप में भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है। इस मामले में इंस्पेक्टर जतिंदरपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है और कल अदालत में पेश किया जाएगा।
राज्य विजिलेंस ब्यूरो के एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि यह मामला कपूरथला शहर के मोहल्ला कियामपुरा निवासी नीरज शर्मा द्वारा मुख्यमंत्री की भ्रष्टाचार निरोधक कार्रवाई लाइन पर दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर उपरोक्त आरोपियों के खिलाफ दर्ज किया गया है।
उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में बताया था कि वह कपूरथला शहर के कियामपुरा में एक इलेक्ट्रॉनिक की दुकान चलाता है और उसने मार्च में एक कूलर बेचा था, जिस पर उपरोक्त दोनों आरोपियों ने ग्राहक के साथ विवाद को निपटाने के लिए हस्तक्षेप किया था। उन्होंने आगे आरोप लगाया कि दोनों आरोपियों ने उसे मोबाइल फोन पर अपने अकाउंटेंट के साथ कार्यालय में आने के लिए कहा, जहां उन्होंने बिल की अनियमितताओं को निपटाने के लिए उससे 45,000 रुपये की रिश्वत मांगी।
शिकायतकर्ता ने उल्लेख किया कि इसके बाद क्लर्क संजीव मल्होत्रा ने व्हाट्सएप कॉल पर एक लाख रुपए की रिश्वत मांगी, लेकिन सौदा 30000 रुपये में तय हुआ। उन्होंने अगले दिन पहली किस्त के रूप में 10000 रुपये ले लिए और अब वे रिश्वत के पैसे के रूप में 20000 रुपये की मांग कर रहे थे। शिकायतकर्ता ने आरोपियों के साथ फोन पर बातचीत रिकॉर्ड की और इसे सबूत के तौर पर वीबी को सौंप दिया।
प्रवक्ता ने बताया कि इस शिकायतकर्ता द्वारा लगाए गए आरोपों के सत्यापन के दौरान मौखिक साक्ष्य के साथ-साथ बातचीत की रिकॉर्डिंग द्वारा समर्थित होने के कारण आरोप सही और सत्य पाए गए हैं। इस सत्यापन रिपोर्ट के आधार पर दोनों आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 और आईपीसी की धारा 384, 120-बी के तहत विजीलैंस ब्यूरो के जालंधर रेंज थाने में एफआईआर नंबर 17 दिनांक 14.8.24 दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि इस मामले में आरोपी इंस्पेक्टर जतिंदरपाल सिंह को आज कपूरथला स्थित उसके कार्यालय से गिरफ्तार कर लिया गया है और आरोपी संजीव मल्होत्रा की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।