क्राइम खबरनामा, गौरव नागपाल: (जालंधर) अपराधियों पर नकेल के लिए पुलिस कमिश्नर आईपीएस अधिकारी स्वपन शर्मा ने जो प्लान लागू किया है उसी के एक चरण के तहत पीसीआर और ट्रैफिक पुलिस स्टाफ अब ज्वाइंट रूप से काम करेंगे यानि दोनों मर्ज कर दिए गए हैं। इसका सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि सड़कों पर अपराध के बाद भाग रहे अपराधियों तक चंद मिनटों में पुलिस पहुंच जाएगी।
आईपीएस अधिकारी स्वपन शर्मा ने अपने इरादे पहले ही दिन स्पष्ट कर दिए थे कि वह शहर में क्राइम पर नकेल कसेंगे और यह सिलसिला जारी भी है। पंजाब के सबसे धाकड़ आईपीएस अफसर स्वपन शर्मा ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि महानगर में किसी भी तरह का अपराध बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अपराधियों को सीधी चेतावनी है कि वे अपराध छोड़ दें या फिर शहर! किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा ।
पुलिस कमिश्नर ने पुलिस पदाधिकारियों को भी इस बात का कड़ा निर्देश दिया कि अपराध व गलत गतिविधियों में शामिल कोई भी अपराधी व व्यक्ति बच न सके इसका विशेष ख्याल रखा जाए। इससे पहले उन्होंने एंटी नारकोटिक सैल और स्पैशल आप्रेशन यूनिट को क्राइम ब्रांच में तबदील कर दिया है। जिसकी जिम्मेदारी इंस्पैक्टर हरिंदर सिंह को सौंपी गई है। अतः शहर में जो भी आपराधिक गतिवधियां होंगी, उनकी जांच इंस्पैक्टर हरिंदर सिंह की देखरेख में होंगी।
वहीं सी.पी. स्वपन शर्मा ने सी.आई.ए. स्टाफ इंचार्ज को भी बदल दिया है। सी.आई.ए. स्टाफ की जिम्मेदारी थाना फिल्लौर के एस.एच.ओ. इंस्पैक्टर सुरिंद्र सिंह कंबोज को सौंपी गई है। कंबोज को सी.आई.ए. इंचार्ज लगाया गया है। इसी तरह से इकोनामिक आफिस विंग, एंटी हयूमन ट्रैफिकिंग यूनिट और पी.ओ. स्टाफ विंग को पूर्ण रूप से खत्म कर दिया गया है तथा इन विभागों में तैनात करीब 50 पुलिस कर्मियों को विभिन्न थानों में शिफ्ट किया गया है।