क्राइम खबरनामा, गौरव नागपाल: पंजाब सरकार द्वारा नशे के खिलाफ छेड़े गए विशेष अभियान ‘युद्ध नशा विरुद्ध’ को जालंधर में 103 दिन पूरे हो गए हैं। इस दौरान पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर के नेतृत्व में जालंधर पुलिस कमिश्नरेट ने नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए 410 केस दर्ज कर 577 तस्करों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस द्वारा की गई बरामदगी में शामिल हैं:
50.150 किलोग्राम चूरा पोस्त
24.935 किलोग्राम हेरोइन
1.161 किलोग्राम चरस
3.720 किलोग्राम गांजा
9,668 नशीले कैप्सूल/गोलियां
₹3,30,700 ड्रग मनी,
साथ ही 6 पिस्तौल और 14 कारतूस भी जब्त किए गए।
अवैध संपत्तियों पर बुलडोज़र चला, 258 पीड़ितों को मिला सहारा
पुलिस ने केवल तस्करों की गिरफ्तारी तक सीमित न रहते हुए, उनके आर्थिक नेटवर्क पर भी वार किया है। ड्रग मनी से बनाई गई 10 अवैध संपत्तियों को प्रशासन की मदद से ध्वस्त किया गया। इसके अलावा, 11 घोषित अपराधियों को भी गिरफ्तार किया गया है।
नशे की गिरफ्त में आए लोगों की मदद के लिए भी जालंधर पुलिस ने कदम बढ़ाया है। 1 मार्च 2025 से 11 जून 2025 तक चले इस अभियान के दौरान 258 प्रभावित व्यक्तियों को नशामुक्ति और पुनर्वास केंद्रों में भर्ती कराया गया।
‘रंगला पंजाब’ की ओर एक और मजबूत कदम
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि यह अभियान मुख्यमंत्री भगवंत मान के ‘रंगला पंजाब’ के सपने को साकार करने की दिशा में एक ठोस प्रयास है। राज्य सरकार की तीन-आयामी रणनीति – प्रवर्तन, नशामुक्ति और रोकथाम (EDP) के अंतर्गत पुलिस हर स्तर पर कार्रवाई कर रही है।
जालंधर पुलिस की इस मुहिम को जनता का भी सहयोग मिल रहा है, और यह अभियान राज्यभर में नशे के खिलाफ लड़ाई का एक मजबूत उदाहरण बनकर उभरा है।