पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ जारी अपने अभियान के तहत आज एसएएस नगर जिले के लालरू पुलिस स्टेशन में जांच अधिकारी के रूप में तैनात सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) बलजिंदर सिंह को 30,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
राज्य विजिलेंस ब्यूरो के एक आधिकारिक प्रवक्ता ने आज यहाँ यह जानकारी देते हुए बताया कि उक्त पुलिसकर्मी को गाँव छन्ना गुलाब सिंह वाला, जिला बठिंडा के निवासी, जो वर्तमान में गिल्को वैली, खरड़, जिला एसएएस नगर में रह रहे हैं, द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के बाद गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने आगे बताया कि शिकायतकर्ता ने विजिलेंस ब्यूरो में शिकायत दर्ज कराई कि उक्त एएसआई उनके खिलाफ पुलिस स्टेशन लालरू में आईपीसी की धारा 406 और 420 के तहत दर्ज एक मामले की जाँच कर रहा था और उसने उससे 1,30,000 रुपये की रिश्वत की माँग की थी।
शिकायतकर्ता ने बताया कि यह रिश्वत उनसे जाँच में उनका पक्ष लेने के बदले में मांगी गई थी, जिसमें धोखाधड़ी से हुई 1,50,000 रुपये की वसूली से सुरक्षा भी शामिल थी। पुलिस रिमांड के दौरान 10,00,000 रुपये की ज़मानत, भविष्य में जाँच में नरमी और शिकायतकर्ता की कार, जिसे उक्त पुलिस कर्मियों ने ज़ब्त कर लिया था, लेकिन रिकॉर्ड नहीं किया था, को छोड़ने का आदेश दिया।
उन्होंने आगे बताया कि आरोपी कर्मचारी द्वारा शिकायतकर्ता को रिश्वत की कुल राशि की पहली किश्त के रूप में 30,000 रुपये तुरंत देने को कहा गया है। गौरतलब है कि शिकायतकर्ता ने आरोपी कर्मचारी की सारी बातचीत रिकॉर्ड कर ली थी, जिसे उसने सबूत के तौर पर विजिलेंस ब्यूरो को सौंप दिया था।
प्रवक्ता ने बताया कि शिकायत पर तुरंत कार्रवाई करते हुए विजिलेंस ब्यूरो के उड़नदस्ते ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए एक टीम गठित की।
उन्होंने आगे बताया कि योजना के अनुसार, आरोपी एएसआई ने शिकायतकर्ता को लालड़ू में राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित पंजाबी वैष्णो ढाबे पर मिलने के लिए बुलाया, जहाँ वह अपने निजी वाहन से पहुँचा। इस मौके पर विजिलेंस टीम ने आरोपी को 10,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया। पुलिस ने दो सरकारी गवाहों की उपस्थिति में शिकायतकर्ता से 30,000 रुपये की वसूली की है तथा इस संबंध में मामले की आगे जांच जारी है।